महिलाओं के आर्थिक विकास में जीविका परियोजना की भूमिका: एक तुलनात्मक अध्ययन
मानसी माही
यह शोध कार्य महिलाओं के सशक्तिकरण में जीविका परियोजना के योगदान का विश्लेषण करता है। जीविका, जो कि बिहार राज्य में ग्रामीण महिलाओं के लिए एक स्वयं सहायता समूह (SHG) आधारित पहल है, ने महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता, कौशल विकास और उद्यमिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किए हैं। इस अध्ययन में सनहौला प्रखंड के स्वयं सहायता समूह की सदस्य और गैर-सदस्य महिलाओं के बीच तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यह पहचानना था कि जीविका परियोजना के तहत महिलाएं कैसे अपने आर्थिक और सामाजिक स्तर में सुधार ला रही हैं और गैर-सदस्य महिलाओं की तुलना में उनके जीवन में क्या अंतर है। इस शोध में यह पाया गया कि जीविका के सदस्य महिलाओं ने वित्तीय स्वतंत्रता, आत्मविश्वास और सामाजिक स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार अनुभव किया। इसके अलावा, समूहों द्वारा महिलाओं को विभिन्न प्रशिक्षण और ऋण योजनाओं के माध्यम से अपने छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने के अवसर मिले, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ। अंततः, यह अध्ययन यह निष्कर्ष निकालता है कि जीविका परियोजना महिलाओं के आर्थिक विकास और सामाजिक सशक्तिकरण में अत्यधिक प्रभावी रही है, और यह अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी समान परिणाम देने के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकता है।
मानसी माही. महिलाओं के आर्थिक विकास में जीविका परियोजना की भूमिका: एक तुलनात्मक अध्ययन. Int J Finance Manage Econ 2024;7(2):490-494. DOI: 10.33545/26179210.2024.v7.i2.404