स्वच्छता चुनौतियां और पर्यावरणीय गिरावट: बौंसी, बांका जिले में खुले में शौच का एक अध्ययन
डॉ. संतोष कुमार यादव
यह अध्ययन बिहार के बांका जिले के बौंसी ब्लॉक में खुले में शौच के पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों का विश्लेषण करता है। बौंसी ब्लॉक में स्वच्छता सुविधाओं की कमी, गरीबी, और जागरूकता की कमी के कारण खुले में शौच एक सामान्य प्रथा है, जिससे गंभीर पर्यावरणीय गिरावट हो रही है। प्रमुख पर्यावरणीय प्रभावों में जल, मिट्टी, और वायु प्रदूषण शामिल हैं, जो स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनते हैं। विशेष रूप से, जल प्रदूषण से होने वाले जलजनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जबकि मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट से कृषि उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, खुले में शौच का वायु प्रदूषण और वन्यजीवों के आवासों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। सामाजिक और स्वास्थ्य दृष्टिकोण से, यह समस्या महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करती है। इस समस्या के समाधान के लिए स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना, शौचालय निर्माण को बढ़ावा देना, और स्थानीय समुदाय की भागीदारी आवश्यक है। इस अध्ययन का उद्देश्य इन समस्याओं को उजागर करना और उनके समाधान के लिए प्रभावी रणनीतियों की पहचान करना है, ताकि बौंसी ब्लॉक में एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण का निर्माण किया जा सके।
डॉ. संतोष कुमार यादव. स्वच्छता चुनौतियां और पर्यावरणीय गिरावट: बौंसी, बांका जिले में खुले में शौच का एक अध्ययन. Int J Finance Manage Econ 2024;7(2):143-149. DOI: 10.33545/26179210.2024.v7.i2.354